Evangelism Marketing

इवेंगेलिस्म मार्केटिंग क्या हैं, कैसे करते है ?

आज के समय में आप कोई से भी बिजनेस शुरू करो आपको कॉम्पटीशन तो जरूर मिलेगा। किसी भी बिजनेस को मजबूती से करने के लिए एक Marketing स्ट्रेटेजी का होना जरूरी हैं। मार्केटिंग की दुनिया काफी बड़ी है और इसमे कई पद्धतियां है। ऐसी ही एक पद्धति Evangelism Marketing हैं। आज के इस लेख में हम Evangelism Marketing Kya Hai और Evangelism Marketing Ke Fayde के विषय पर बात करेंगे।

Evangelism Marketing एक ऐसी मार्केटिंग पद्धति है जिसमे Brands कम और ग्राहक अधिक एक्टिव रहते हैं। Evangelism Marketing में लागत प्रोडक्ट की क्वालिटी पर अधिक होती है और क्वालिटी होने के कारण मार्केटिंग अपने आप ही होती हैं। पुणे की क्वालिटी के अलावा Brand के द्वारा अन्य विभिन्न तरीके अपनाए जाते हैं जिससे ग्राहक प्रोडक्ट से प्रभावित हो जाता है।

Evangelism Marketing

इवेंगेलिस्म मार्केटिंग क्या हैं ? Evangelism Marketing Kya Hai in Hindi ?

Evangelism Marketing माउथ-टू-माउथ (जिसमे एक व्यक्ति किसी प्रोडक्ट या सेवा के बारे में दूसरे व्यक्ति को बताता है और उसे खरीदने के लिए कन्वेंस करता हैं) की एक एडवांस फॉर्म हैं। Evangelism Marketing में ऐसे कम्पनिया ऐसे ग्राहक बनाती है जो कम्पनी की वस्तुओ और सेवाओ में काफी मजबूती से विश्वास करते है, अर्थात उनसे प्रभावित होते हैं।

Evangelism Marketing में ग्राहक खुद तो उन Products का यूज करते ही है और साथ में अन्य लोगो को भी उन्हें यूज करने की सलाह देते हैं। यानी की ग्राहक खुद कम्पनी के फ्री एडवोकेटर बन जाते है और कम्पनी के बारे में अन्य लोगो को बताते है। इवांगेलिस्म मार्केटिंग में ग्राहक कम्पनी से प्रभावित रहता है और फ्री में अन्य लोगो को भी कम्पनी के प्रोडक्ट्स उपयोग करने की सलाह देते हैं।

कुछ लोग Evangelism Marketing को Affliate Marketing समझ लेते है लेकिन असलियत में इन दोनों में जमीन आसमान का फर्क होता हैं। एफिलिएट मार्केटिंग में व्यक्ति किसी प्रोडक्ट का प्रमोशन इसलिए करता है क्योंकि उसको प्रोडक्ट बिकवाने के लिए कंपनी से एक निश्चित कमीशन प्राप्त होती है। लेकिन Evangelism Marketing में ग्राहक कम्पनी या उसके प्रोडक्ट्स से प्रभावित होकर बिना किसी लालच के प्रचार करता हैं।

Evangelism Marketing को समझने के लिए एक चाय की दुकान का उदाहरण बेहतर रहेगा। मान लीजिये आप किसी ऐसे इलाके में रहते है जहा काफी सारी चाय की दुकाने हैं। लेकिन आप किसी एक के ही पास जाते है क्योंकि आपको वो बेहतर लगती हैं। अब जब आपके पास आपका कोई दोस्त आएगा तो आप उससे भी यही कहेंगे की ‘यह इस इलाके में सबसे बेहतर चाय बनाता है’। ऐसे में आप अपने दोस्त को एक Honest Review दे रहे है और उस चाय की दुकान का फ्री प्रमोशन हो रहा हैं। यही तो इवेंगेलिस्म मार्केटिंग है।

Evangelism Marketing में जो व्यक्ति प्रमोशन करता है उसे Evangelist कहते हैं। यानी की अगर आप चाय की दुकान का प्रमोशन कर रहे है तो आप Evangelist हो गए। Evangelism Marketing में प्रोडक्ट की क्वालिटी सबसे ज्यादा मायने रखती है क्योंकि आप उस चाय की दुकान पर इसलिए ही जा रहे हो क्योंकि उसकी चाय की क्वालिटी अन्य से बेहतर हैं। यही कारण हैं की हर ब्रांड Evangelist नही बना पाता।

Evangelism Marketing कैसे करते हैं ? How do Evangelism Marketing in Hindi ?

Evangelism Marketing का पूरा खेल प्रभाव पर निर्भर करता हैं। कम्पनी के ग्राहक कम्पनी से जितना प्रभावित होते है वह कम्पनी की उतनी ही Marketing करते हैं। Evangelism Marketing केवल व्यवसायों में ही नही बल्कि अन्य प्लेटफार्म जैसे की Blogs और YouTube पर भी होते हैं। जब लोग किसी क्रिएटर की वीडियोज या आर्टिकल्स से प्रभावित होते है तो वह उसे शेयर करते है जिससे की क्रिएटर का फ्री प्रमोशन होता हैं।

इवेंगेलिस्म मार्केटिंग की सबसे बेहतर बात यह हैं की इसमे ग्राहक खुद कम्पनी का प्रमोशन करते हैं। लेकिन Evangelism Marketing में Product की क्वालिटी और ग्राहकों के साथ कनेक्शन काफी मायने रखता हैं। ग्राहकों को Evangelist बनाने के लिए उन्हें आप वह देने को कोशिश करे जो उन्हें पुरो तरह से Satisfy करे। इसके अलावा उनसे ऐसे पेश जाए जिससे की वह आपके Regular ग्राहक बन जाए। बस, इसी तरह से इवेंगेलिस्म मार्केटिंग की शुरुआत होती हैं।

इवेंगेलिस्म मार्केटिंग के निम्न लक्षण होते है:

  • ग्राहक ब्रांड पर पूरा भरोसा करता है और नियमित रूप से ब्रांड के प्रोडक्ट खरीदता हैं।
  • ग्राहक अपने रिश्तेदारों, दोस्तो आदि को Brands के बारे में सुझाव देता हैं।
  • प्रोडक्ट को गिफ्ट के रूप में देता हैं।
  • बिना पूछे ही प्रोडक्ट का Review, क्रिटिसिज्म देता है।
  • ग्राहक प्रोडक्ट की क्वालिटी और सर्विस से प्रभावित होता है।

सरल भाषा में जब ग्राहक कम्पनी के ग्राहक न बनकर उनसे प्रभावित होकर उनके प्रशंसक बन जाते है तो वह इवेंगेलिस्म मार्केटिंग के अंदर आता हैं।

So Guys, उम्मीद हैं की Evangelism Marketing पर आधारित हमारा यह लेख आपको पसन्द आया होगा। इस लेख में हमने Evangelism Marketing Kya Hai और Evangelism Marketing कैसे करे जैसे विषयो पर बात की। अगर आपको अब भी इस लेख से जुड़ा हुआ कोई सवाल हो तो आप हमे Comment के माध्यम से बता सकते हैं। ऐसे अन्य रोचक लेख पढ़ते रहने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे।

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